एनजीटी की समिति ने तलब की यमुना के पानी की पांच साल की रिपोर्ट

एनजीटी की समिति ने तलब की यमुना के पानी की पांच साल की रिपोर्ट


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राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) की तरफ से गठित यमुना मॉनीटरिंग कमेटी ने दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी (डीपीसीसी) से नदी के पानी की एक रिपोर्ट तैयार करने को कहा है। 31 दिसंबर तक मांगी गई इस रिपोर्ट में यमुना के पानी की गुणवत्ता को लेकर पिछले पांच साल का डाटा तलब किया गया है।


 

एनजीटी पहले ही डीपीसीसी को यमुना नदी के पानी की गुणवत्ता की हर महीने रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी सौंप चुका है। डीपीसीसी 9 जल गुणवत्ता निगरानी केंद्रों के जरिए मासिक आधार पर नदी के पानी गुणवत्ता पर नजर रख रहा है।

एनजीटी की मॉनीटरिंग कमेटी ने डीपीसीसी को 27 नवंबर को लिखे पत्र में कहा है कि उसकी तरफ से दी जाने वाली पिछले पांच साल की नदी जल रिपोर्ट के आधार पर ही इसकी गुणवत्ता में सुधार का आकलन किया जा सकता है।

डीपीसीसी पहले ही मॉनीटरिंग कमेटी को दिल्ली जल बोर्ड की तरफ से चलाए जा रहे 33 में से 19 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से निकलने वाले पानी के गुणवत्ता मानकों पर खरा नहीं होने की जानकारी दे चुका है।

इस पर कमेटी ने जल बोर्ड के अधिकारियों को निजी तौर पर ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा करते हुए वहां सुधार के लिए कदम उठाने और 10 दिसंबर तक इसकी रिपोर्ट जमा कराने का आदेश दे चुका है।